What is string theory ?
वैसे तो string theory को explain करना आसान नही है, फिर भी मैं कोशिश करूंगा कि आपको आसान भाषा ने समझा सकू ।
स्ट्रिंग थ्योरी अब तक की सबसे बड़ी थ्योरी है जो हमारे ब्रह्मांड को एक्सप्लेन करती है । यह थ्योरी यह बताती है कि ब्रह्माण्ड में सबसे छोटी चीज कौन सी है, और उस एक चीज से ही ब्रह्मांड के अलग अलग चीजे बनी हुई है ।
एक ही चीज से अलग अलग चीजे कैसे बन सकती है ?
तो इसको ऐसे समझते है । एक ईंट और एक मिट्टी का घड़ा दोनो एक ही चीज मिट्टी से बनी होती है पर दोनों के गुण अलग अलग है । ऐसे दुनिया की हर चीज अत्यंत छोटे छोटे स्ट्रिंग से मिल कर बनी हुई है। स्ट्रिंग मतलब कोई तार जैसी संरचना की चीज। इस स्ट्रिंग की खास बात होती है कि यह 11 डाइमेंसन में ट्रेवेल करती है । स्ट्रिंग थ्योरी से ही 11th डाइमेंसन को परिभाषित किया जाता है ।
यह स्ट्रिंग इतने छोटे होते है कि यह 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट कर सकते है । इनके 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट करने से ही यह तय होता है कि किसी चीज की प्रकृति क्या है । यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे गिटार के स्ट्रिंग अलग- अलग वाइब्रेट करके अलग अलग म्यूजिक बनाते है, वैसे ही ये स्ट्रिंग अलग- अलग डाइमेंसन में वाइब्रेट करके अलग- अलग चीजे बनातें है ।
जैसे एक गिटार बजाकर अलग- अलग म्यूजिक बनाते है वैसे ही भगवान इस ब्रह्मांड के गिटार को बजाकर अलग- अलग चीजे बनाता है और संचालित करता है ।
हालांकि यह स्ट्रिंग थ्योरी अभी सत्यापित नही है । यह सत्य भी हो सकती है और असत्य भी पर अगर यह सत्य साबित हो जाती है तो हमारे ब्रह्मांड को समझना और आसान हो जाएगा ।
स्ट्रिंग थ्योरी का अध्ययन जितना पेचीदा है उतना ही इंटरेस्टिंग भी । मैंने अपने तरफ स आसान शब्दो मे स्ट्रिंग थ्योरी को समझाने की कोशिश की है ।
पढ़ने के लिये शुक्रिया
- Suraj K jaiswal
वैसे तो string theory को explain करना आसान नही है, फिर भी मैं कोशिश करूंगा कि आपको आसान भाषा ने समझा सकू ।
स्ट्रिंग थ्योरी अब तक की सबसे बड़ी थ्योरी है जो हमारे ब्रह्मांड को एक्सप्लेन करती है । यह थ्योरी यह बताती है कि ब्रह्माण्ड में सबसे छोटी चीज कौन सी है, और उस एक चीज से ही ब्रह्मांड के अलग अलग चीजे बनी हुई है ।
एक ही चीज से अलग अलग चीजे कैसे बन सकती है ?
तो इसको ऐसे समझते है । एक ईंट और एक मिट्टी का घड़ा दोनो एक ही चीज मिट्टी से बनी होती है पर दोनों के गुण अलग अलग है । ऐसे दुनिया की हर चीज अत्यंत छोटे छोटे स्ट्रिंग से मिल कर बनी हुई है। स्ट्रिंग मतलब कोई तार जैसी संरचना की चीज। इस स्ट्रिंग की खास बात होती है कि यह 11 डाइमेंसन में ट्रेवेल करती है । स्ट्रिंग थ्योरी से ही 11th डाइमेंसन को परिभाषित किया जाता है ।
यह स्ट्रिंग इतने छोटे होते है कि यह 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट कर सकते है । इनके 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट करने से ही यह तय होता है कि किसी चीज की प्रकृति क्या है । यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे गिटार के स्ट्रिंग अलग- अलग वाइब्रेट करके अलग अलग म्यूजिक बनाते है, वैसे ही ये स्ट्रिंग अलग- अलग डाइमेंसन में वाइब्रेट करके अलग- अलग चीजे बनातें है ।
जैसे एक गिटार बजाकर अलग- अलग म्यूजिक बनाते है वैसे ही भगवान इस ब्रह्मांड के गिटार को बजाकर अलग- अलग चीजे बनाता है और संचालित करता है ।
हालांकि यह स्ट्रिंग थ्योरी अभी सत्यापित नही है । यह सत्य भी हो सकती है और असत्य भी पर अगर यह सत्य साबित हो जाती है तो हमारे ब्रह्मांड को समझना और आसान हो जाएगा ।
स्ट्रिंग थ्योरी का अध्ययन जितना पेचीदा है उतना ही इंटरेस्टिंग भी । मैंने अपने तरफ स आसान शब्दो मे स्ट्रिंग थ्योरी को समझाने की कोशिश की है ।
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- Suraj K jaiswal
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