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Tuesday 27 February 2018

want to perches jio coin

want to perches jio coin
want to perches jio coin?
नई दिल्ली : रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर उपभोक्ताओं के लिए जरूरी सूचना जारी की है. रिलायंस की तरफ से कहा गया है पिछले कुछ दिनों में मीडिया रिपोर्टस और कई वेबसाइट से पता चला है कि JioCoin एप लॉन्च होने की खबर आ रही है. इसके माध्यम से लोगों से क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्ट करने के लिए कहा जा रहा है. अब Reliance Jio ने क्रिप्टो करेंसी JioCoin को लेकर ग्राहकों को सूचना दी है कि जियो ने इस तरह के किसी भी एप को डाउनलोड करने से ग्राहकों को मना किया है.
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ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा
कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि इस तरह का कोई भी एप रिलायंस जियो की ओर से लॉन्च नहीं किया गया है. जियो की तरफ से कहा गया है कि JioCoin के नाम से आने वाला ऐसा कोई भी एप फर्जी है और लोगों को सलाह दी जाती है कि ऐसे किसी भी ऐप से दूर रहे. इस तरह के ऐप से ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा है. जियो की तरफ से यह भी कहा गया कि जो लोगों को गुमराह कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकार सुरक्षित हैं.

प्ले स्टोर पर 22 एप उपलब्ध
पिछले दिनों व्हाट्सएप पर एक लिंक देकर यह भी दावा किया गया था कि 31 जनवरी 2018 से पहले रजिस्ट्रेशन कराने वाले को फ्री में जियोकॉइन मिलेगा. आपको बता दें कि इस तरह की कई रिपोर्ट सामने आई थी कि JioCoin क्रिप्टो करेंसी के नाम पर करीब 22 एप प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं. जिनमें Jio Coin, Jio Coin Buy और Jio Coin Crypto Currency जैसे एप शामिल हैं. इन एप को 10 हजार से लेकर 50 हजार लोगों ने डाउनलोड दिया गया है.

सभी दावों को झूठा बताया
आपको बता दें कि पिछले दिनों खबर आई थी कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में धमाल मचाने के बाद रिलायंस जियो (Reliance Jio) अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने का प्लान कर रहा है. यह भी बताया गया था कि इस प्रोजेक्ट को मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी लीड करेंगे. कुछ वायरल मैसेज में जियो कॉइन के 100 रुपए में लॉन्च होने का भी दावा किया गया था. अब इन सभी खबरों को जियो की तरफ से झूठा बताया गया है.

Sunday 25 February 2018

Facts about Indian Railway:Junction, terminus, central

भारतीय रेल तथ्य 
मित्रों, 
कुछ साधारण बातें भी ऐसी होती है, जिनके बारे में हम लोग नंही जानते..क्योंकि इन्हें जानने का कभी हमने प्रयास नंही किया..कुछ रेल्वे स्टेशनों के नाम के अंत मे क्यों लिखा होता ह टर्मिनल, सेंट्रल, जंक्शन ? जानिये इस बारे में आपको जानकारी दे रहे है श्री  Dinesh Patnia ji.

क्या आप जानते हैं...?
क्या आपने कभी सोचा है
कि रेलवे स्टेशनों के नाम के अन्त में जंक्शन, टर्मिनल, सेन्ट्रल क्यों लिखा होता है...?
अगर नहीं सोचा
या जानना चाहते हैं तो आपको इसका जवाब देने से पहले आपको भारतीय रेलवे की कुछ खूबियाँ बता देते हैं.
भारतीय रेलवे के नेटवर्क को विश्व का चौथे सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क का दर्जा प्राप्त है.
भारतीय रेलवे ट्रैक की 92,081 किलोमीटर लम्बाई में फैला हुआ है, जो देश के एक कोने से दूसरे कोने को जोड़ता है.
आकड़ों के अनुसार
भारतीय रेल एक दिन में लगभग 66,687 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं, लेकिन आज हम इन सब पर नहीं बल्कि रेलवे स्टेशनों के नाम के अन्त में जंक्शन, टर्मिनल, सेन्ट्रल क्यों लिखा होता है, इस बारे में बताएंगे.
सबसे पहले तो आपको
बता दें कि अगर किसी रेलवे स्टेशन के नाम के अन्त में टर्मिनल लिखा होने का मतलब यह है कि आगे रेलवे ट्रैक नही है, यानि ट्रेन जिस दिशा से आई है वापस उसी दिशा में वापस जाएगी.
what is the meaning of Terminal station 


टर्मिनस को टर्मिनल भी कहा जाता है, इसका मतलब यह ऐसे स्टेशन से है जहाँ से ट्रेन आगे नहीं जाती बल्कि वापस उसी दिशा में लौट जाती है जिधर से वह वापस आई है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में फिलहाल 27 ऐसे रेलवे स्टेशन पर टर्मिनल लिखा हुआ है.
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल और लोकमान्य तिलक टर्मिनल देश के सबसे बड़े टर्मिनल स्टेशन हैं.
चलिए अब आपको बता देते हैं कि रेलवे स्टेशन के अन्त में सेन्ट्रल क्यों लिखा होता है.
what is meaning of central station
आपको बता दें कि 
रेलवे स्टेशन के अन्त में सेन्ट्रल लिखे होने का मतलब है कि उस शहर में एक से अधिक रेलवे स्टेशन हैं, जिस रेलवे स्टेशन के अन्त में सेन्ट्रल लिखा हो वह उस शहर का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन होता है, रेलवे स्टेशन के अन्त में सेन्ट्रल लिखे होने का दूसरा मतलब ये भी है कि यह उस शहर का सबसे अधिक व्यस्त रहने वाला रेलवे स्टेशन है
जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल भारत में मुंबई सेन्ट्रल , चेन्नई सेन्ट्रल त्रिवेंद्रम सेन्ट्रल , मंगलोर सेन्ट्रल , कानपुर सेन्ट्रल प्रमुख सेन्ट्रल स्टेशन हैं.
चलिए अब आपको बता देते हैं कि रेलवे स्टेशन के अन्त में जंक्शन क्यों लिखा होता है.
किसी स्टेशन के नाम के अन्त में जंक्शन लिखे होने का मतलब कि उस स्टेशन पर ट्रेन के आने जाने के लिए 3 से अधिक रास्ते हैं, यानि एक रास्ते से ट्रेन आ सकती है और दो अन्य रास्तों से ट्रेन स्टेशन से जा सकती है, इसलिए ऐसे स्टेशन के नाम के अन्त में जंक्शन लिखा होता है.
meaning of junction station

भारत में फिलहाल मथुरा जंक्शन (7 रूट्स ), (सालेम जंक्शन (6 रूट्स ), विजयवाड़ा जंक्शन (5 रूट्स ), बरेली जंक्शन (5 रूट्स ) बड़े जंक्शन स्टेशन हैं.
आशा है कि
ये जानकारियाँ अच्छी लगी होंगी ,अगर सच में ये जानकारी आपके लिए ज्ञान वर्धक थी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करिये |  धन्यवाद 

Thursday 22 February 2018

How to get overcome a Breakup - Breakup motivation (Hindi)

आपका भी ब्रेकअप हुआ है हाल ही में किसी से, और आपको लगता है आपकी दुनिया ही उजड़ गयी , सब ख़त्म हो गया, अब कुछ नही बचा जीने के लिए ?

तो मेरे दोस्त ये पोस्ट तुम्हारे लिए ही है | ऐसा नही है कि तुम अकेले हो इस दर्द में , यहा लाखो करोडो लोग ऐसे है जो इस दर्द को झेल रहे है, कुछ इससे निकल गए बच कर कुछ अभी भी फसे हुए है,कुछ ऐसे भी लोग थे जो जिन्दगी छोड़ दिए,जो नहीं लड़ सके इस मुसीबत से | 
जो जिन्दगी छोड़ के चले गये उनके बारे में मुझे कुछ नही कहना , अच्छा या बुरा, मै जज करने करने की क्षमता नही रखता | पर अगर तुम इस पोस्ट तक पहुचे हो तो जरुर इसलिए क्योकि तुम्हारे अन्दर काबिलियत है , तुम  जीना चाहते हो| कम से कम तुम ये तो समझते हो कि तुम्हारे पास एक जिंदगी है जो सिर्फ तुम्हारी है , ना ही उसपे किसी का हक है और ना ही किसी में इतनी क्षमता है कि कोई उसे बर्बाद कर सके|

दोस्त सबसे पहले तो तुम खुद से पुरे मन से स्वीकार करो कि तुम कभी गलत नही थे , ना अब हो ,और खुद को यकीन दिलाओ कि अभी इसी वक्त से तुम खुद को अपने हर पिछले वक्त से बेहतर बनाओगे | तुम वो हो जो की कोई नहीं है और इस बात को सिर्फ पढो सुनो या बोलो मत, इस बात पर अमल करो |  अपने नाम को ब्रांड बनाओ | 

वो शख्श जो आज छोड़ के गया या किसी वजह से छुट गया उसके ख्यालो में उलझने का अब कोई मतलब नही| पर इसका ये मतलब बिलकुल नही कि उसके ख्यालो से भागना शुरू कर दो | सबसे बड़ी गलती लोग यही कर देते है , वो खुद को उसके यादो से पीछा छुडाने का प्रयास करने लगते है | ऐसे में उस शख्श का ख्याल और भी मजबूत होकर पीछा करने लगता है | आने दो ख्यालो को |  ये आज़ाद है , आएंगे ही | पर खुद से बोलो ' आ जाओ देखता हु किसमे इतना दम है कि मुझे रोक सके |' नही इससे ख्याल आना बंद नही होंगे, इससे तुम्हे अपने शक्ति का पता चलेगा |
ब्रेकअप के दर्द से निकलने में सबसे बड़ी मुसीबत तो यह सोच ही होती है की ब्रेकअप मतलब सब कुछ ख़त्म | ऐसा नही है  दोस्त जब तुम ब्रेकअप से ओवर कॉम कर लोगे तो तुम्हे खुद यकीन हो जायेगा कि मेरी बात का क्या मतलब है | सब कुछ मै  अपने अनुभव करके बता रहा हु , कुछ भी हवा में बाते नही है | जो बात तुम्हे कल माननी है वो आज ही मान लो तो ज्यादा बेहतर है |  वो शख्श जो तुम्हारा सब कुछ था, अब वो तुम्हारे साथ नही है , पर फिर भी तुम जिन्दा हो | खुद से पूछो ये बात कि जो तुम्हारा जिन्दगी था अब तुम्हारे साथ नही फिर भी तुम जिन्दा हो,  आखिर हो तो किस मकसद से ? 

दोस्त हर कोई जन्मा है खास मकसद लेकर, खुद से पूछो कि वो मकसद क्या है | उस शख्श के पहले से तुम जी रहे हो, उस शख्श के बाद भी जिन्दा हो, और इस पोस्ट तक पहुचे हो तो जरुर  तुम्हारे पास एक जिन्दगी है जों तुम्हारी है | पहचानो उस जिंदगी को | वो तुम्हारी है , जी लो उसको |

Wednesday 21 February 2018

fashion clothings for Holi

होली आने वाला है ऐसे में आप भी ढूंढ रहे होंगे कुछ फैशन आइडियाज।  आम तौर पर लोग सफ़ेद कुर्ता पहनना ज्यादा पसंद करते है।  सफ़ेद रंग पे नीले पिले लाल गुलाल, वाह बात ही अलग है उसकी।

  आजकल  युवा कुर्ते से ज्यादा टी शर्ट पहनना पसंद करते है , अगर आप भी इस होली पर कुछ ऐसा ही पहनना चाहते है, और रंगो में घुलकर सबसे अलग दिखना चाहते है तो यहां इस लिंक पर विजिट कर amazon से शॉपिंग कर सकते है, इस होली पर कुछ अलग फैशन अगल लुक्स। यहां आपको 200 से 500 रूपये के रेंज में अच्छे टी शर्ट मिलने वाले है  .  click here amazon.com

Tuesday 20 February 2018

black cobra (in Hindi)

ब्लैक कोबरा(black cobra) सांपो के प्रजाति के कोबरा (NAJA NAJA) परिवार से सम्बन्ध रखता है . सामान्यतः इन्हें इंडियन कोबरा भी कहते है, क्योकि यह प्रायः भारतीय उपमहाद्वीप (भारत, बांग्लादेश, नेपाल , भूटान, श्रीलंका) में पाए जाते है . यह दुनिया के 10 सबसे जहरीले और भारत के सबसे जहरीले सापो में अपना स्थान  बनाये है.

इनके पास अपना आवास नही होता है, यह ऐसी जगह रहना पसंद करते हैं जहाँ चूहे , खरगोश, मेढक और दुसरे सरीसृप आसानी से उपलब्ध हो  . यह किसी एक जगह रुक कर अपने शिकार का इंतजार करते रहते है. यह शिकार को तब तक नही निगलते जब तक की यह पूरी तरह निश्चित ना हो ले कि शिकार मर गया है .
ब्लैक कोबरा सुबह और शाम के समय सबसे ज्यादा क्रियाशील रहते है . यह बहुत शर्मीले होते है अर्थात यह मनुष्यों के संपर्क में आने से हमेशा बचते है . यह अपना पूरा प्रयास करते है की मनुष्यों के सम्पर्क से बच  के रहे . फिर भी शिकार के तलाश में अक्सर घरो में घुश जाते है और मनुष्यों के संपर्क में आ ही जाते है . जब यह खतरा महसूस करते है या इन्हें छेड़ा जाता है तो यह क्रोधित हो कर अपने उग्र रूप का प्रदर्शन करते है . तब यह अपने गर्दन वाले हिस्से को बढ़ाकर फन निकालते है . इसके बावजूद भी अगर छेड़छाड़ जारी रहता है तो यह आर भी घातक  हो जाते है .

अगर इनके विष के प्रभाव की बात करे तो इनके काटने के  30 मिनट के बाद इन्शान के श्वास में अवरोध होने लगता है . इनके विष से बचने का सही तरीका है कि  जितनी  जल्दी संभव हो एंटीवेनम दिया जाए रोगी को .
इनके जहर को कई तरह के दर्द नाशक दवाओ में भी उपयोग किया जाता है .  यह साप  जितने घातक होते है उतने ही  उपयोगी भी . और इनके शर्मीले व्यौहार से ये तब तक  खतरनाक सिद्ध नही  होते जब तक की वो स्वयं पर खतरा न महसूस कर ले  .
उम्मीद करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी बहुत जल्द इनके वैज्ञानिक विश्लेष्ण के साथ हम उपस्थित होंगे तब तक इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करिए  . पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
-Suraj

Saturday 10 February 2018

String theory

What is string theory ?
            वैसे तो string theory को explain करना आसान नही है, फिर भी मैं कोशिश करूंगा कि आपको आसान भाषा ने समझा सकू ।
   
            स्ट्रिंग थ्योरी अब तक की सबसे बड़ी थ्योरी है जो हमारे ब्रह्मांड को एक्सप्लेन करती है । यह थ्योरी यह बताती है कि ब्रह्माण्ड में सबसे छोटी चीज कौन सी है, और उस एक चीज से ही ब्रह्मांड के अलग अलग चीजे बनी हुई है ।
एक ही चीज से अलग अलग चीजे कैसे बन सकती है ?
तो इसको ऐसे समझते है । एक ईंट और एक मिट्टी का घड़ा दोनो एक ही चीज मिट्टी से बनी होती है पर दोनों के गुण अलग अलग है । ऐसे दुनिया की हर चीज अत्यंत छोटे छोटे स्ट्रिंग से मिल कर बनी हुई है। स्ट्रिंग मतलब कोई तार जैसी संरचना की चीज। इस स्ट्रिंग की खास बात होती है कि यह 11 डाइमेंसन में ट्रेवेल करती है । स्ट्रिंग थ्योरी  से ही 11th डाइमेंसन को परिभाषित किया जाता है ।


             यह स्ट्रिंग इतने छोटे होते है कि यह 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट कर सकते है । इनके 11 डाइमेंसन में वाइब्रेट करने से ही यह तय होता है कि किसी चीज की प्रकृति क्या है । यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे गिटार के स्ट्रिंग अलग- अलग वाइब्रेट करके अलग अलग म्यूजिक बनाते है, वैसे ही ये स्ट्रिंग अलग- अलग डाइमेंसन में वाइब्रेट करके अलग- अलग चीजे बनातें है ।

               जैसे एक गिटार बजाकर अलग- अलग म्यूजिक बनाते है वैसे ही भगवान इस ब्रह्मांड के गिटार को बजाकर अलग- अलग चीजे बनाता है और संचालित करता है ।

             हालांकि यह स्ट्रिंग थ्योरी अभी सत्यापित नही है । यह सत्य भी हो सकती है और असत्य भी पर अगर यह सत्य साबित हो जाती है तो हमारे ब्रह्मांड को समझना और आसान हो जाएगा ।

             स्ट्रिंग थ्योरी का अध्ययन जितना पेचीदा है उतना ही इंटरेस्टिंग भी । मैंने अपने तरफ स आसान शब्दो मे स्ट्रिंग थ्योरी को समझाने की कोशिश की है ।
पढ़ने के लिये शुक्रिया
- Suraj K jaiswal

Wednesday 7 February 2018

Snakes are not our enemy (Hindi)

सर्प हमारे दुश्मन नही- Suraj


सर्प हमारे दुश्मन नही है बल्कि इसी पर्यावरण का एक अंग है । वो हमें कभी नुकसान पहुचाना नही चाहते है ना ही उनके पास इतना व्यर्थ का विष है जो हमारे अंदर प्रवाह करके बर्बाद करदे । 
पर हम इंसान खुद को उनका दुश्मन मानते है , उन्हें कोने से खोज के निकालते है और मार डालते है । कही इधर उधर स्थान बदलते भी वो दिख जाते है तो हमारी आँखों को नही जँचता और मार देते है । पर सत्य यह है कि कोई भी सर्प खुद इंसानो के आस पास नही आना चाहता है । 
         कई बार सर्प काटते हैं तो विष नहीं छौडते वैसे भी सर्प  अपनी विषग्रंथीयों को काबु में रखते हैं । सांपों के लिए विष निर्माण बहुत ही विशेष कार्य होता है और ये किमती भी होता है ईसलिए वो इसका प्रयोग बहुत किफायत से करते हैं वे काटते वक्त विष की मात्रा पर नियंत्रण रख सकते हैं । कई बार ज्यादा जहरीले सांप के काटने के बावजुद भी घाव में विष नहीं छोडते । सर्प का काटना कितना घातक होगा ये परिस्थिती पर निर्भर करता है सापं विष को युंही व्यर्थ नहीं करते।  सोखा औझा , तंत्र मंत्र से साप काटे के ठीक होने का यही रहस्य है । कोई तंत्र विद्या नही होती सर्पदंश को ठीक करने के लिए । यह निर्भर करता है साप कितना जहरीला है और कितना जहर आपके शरीर के अंदर प्रवाहित किया है । साप काटे तो बेहतर यही है कि नजदीक के चिकित्सा अस्पताल की और तुरंत जाए बजाय किसी झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ने के । एक बार फिर कहूंगा साप हमारें दुश्मन नही है , इसी पर्यावरण के अंग है, जिसमे हम रहतें है ।
…क्रमशः
written by- Suraj

Monday 5 February 2018

Valentine's day gift

वैलेंटाइन्स डे आने वाला है और यह महीना प्रेमी जोड़ों के लिए बहुत ही खास होता है । गिफ्ट का लेने की सबमे होड़ लगी रहती है अपने अपने लवर्स को इम्प्रेस करने के लिए । ऐसे में आप भी ढूंढ रहे है ऐसे ही गिफ्ट आइडियाज अपनी प्रेमिका को इम्प्रेस करने के लिए तो यह पोस्ट आपके लिए ही है ।

गिफ्ट ऐसे होने चाहिए जो पर्सनल टच के साथ इमोसनल फीलिंग्स भी सहेजे हुए हो । तो आप भी कुछ ऐसा ही ढूंढ रहे है तो आपको जो वेबसाइट सजेस्ट करूँगा वो है www.oyehappy com

यहां आप अपनी बजट के हिसाब से सही गिफ्ट खरीद सकते है । आपकी बजट कम है या ज्यादा, आपकी जरूरत के हिसाब से यहां बहुत सारे आइडियाज अवेलेबल है । तो फिर देर किस बात की, करिये तैयारी फिर वैलेंटाइन्स डे की । (this is not a sponsor post)
Thanks for reading
Happy Valentine's day

Saturday 3 February 2018

Role of background music in movies.

क्या आपने कभी सोचा है कि फिल्मो में  बैकग्राउण्ड म्यूजिक का कितना बडा सीन होता है किसी भी सीन को जीवंत करने के लिए ? किसी सीन को बिना म्यूजिक के सुन के देखियेगा आपको समझ आ जायेगा वाकई में हम कहना क्या चाहते है । यहां उदाहरण के लिए एक वीडियो दिया जा रहा है, जिसमे पहले आपको बिना म्यूजिक के सुनाया जाएगा फिर म्यूज़िक के साथ और बाद में म्यूजिक चेंज करके ।


तो दोस्तो यहा हम बात करने वाले है ऐसे ही कुछ कलाकारों के बारे में जिन्होनें ने फिल्मो को म्यूजिक देकर फ़िल्म के सीन्स को जीवंत किया ।
तो यहां हमारे पास पहले नंबर है डॉन (DON) . अमिताभ बच्चन जी के इस फ़िल्म में बैकग्राउण्ड म्युजिक ने इतना अच्छा रोल अदा किया कि पुनः इस मूवी के रिमेक वर्सन में भी  वही सेम म्यूजिक डाला गया । इस आकर्षक म्यूजिक को देने वाले कलाकार काम नाम है 'कल्याण जी आनंद'

इसके बाद जो हमारे पास दूसरे नंबर पर नाम है वो है 1975 में रिलीज मूवी शोले (Sholay) . इस मूवी का हर किरदार स्वयं में इतना परफेक्ट है कि तारीफ के लब्ज़ नही रुकते । हर किरदार की तरह इस फ़िल्म में बैकग्राउन्ड म्युज़िक का भी बहुत योगदान रहा । और इस मूवी में बैकग्राउण्ड म्यूजिक को देने वाले शख्श का नाम है 'आर डी बर्मन' ।
इसके बाद जिस मूवी का नाम है हमारे पास वो है  1989 में रिलीज 'त्रिदेव ' । त्रिमूर्ति के सभी फिल्मों में खास बात ये होती है कि यह फ़िल्म अपने बैकग्राउंड म्यूजिक के नाम पर जाना जाता है । त्रिदेव मूवी में जिन्होंने अपना चमत्कारी म्यूजिक दिया है उनका नाम है 'विजू शाह' ।

इसके बाद जो आज की लिस्ट में अंतिम मूवी का नाम है वो है 'कर्ज' । यह नाम मन में आते ही म्यूजिक अपने आप मन मे बजने लगता है । वाकई में इस फ़िल्म का म्यूजिक बहुत आकर्षक है और इस आकर्षक म्यूजिक को देने वाले शख्स का नाम तो वैसे 'लक्ष्मीकांत प्यारेलाल' है पर इस म्यूजिक को क्रिएट करने का श्रेय जाता है 'गोरख शर्मा जी' को ।
तो दोस्तो ये थे कुछ कलाकार जो कुछ प्रसिद्ध फिल्मो में अपनी म्यूजिक देकर उन्हें जीवन्त किया । जल्द ही हम और भी ऐसे कुछ नाम ले कर आएंगे जो ऐसे ही अपनी प्रतिभा से फिल्मो में जान डाला पर कभी पर्दे पर नही रहे ।
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Treatment of stomach problems (Piles/constipation) with Yoga and Ayurveda method(Hindi) - Suraj Jaiswal Kabira

बवासीर कुछ दिन पहले बहुत से लोगो द्वारा बवासीर के इलाज के तरीके पूछा जा रहा था। मुझे कई लोगो ने वहां बोला कि इसके लिए सही योग विधि बताऊ। ...