तो लौट आऊँ मै फिर से
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
और ना जाऊंगा दूर मै
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
खेलेंगे फिर से हम छुप्पन छिपाई
दौड़ेंगे फिर से हम दे राम दुहाई
धूल में मुझे वो एक प्यार दिखा दे
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
दादी ने क्या आज कहानी सुनाई
राजा रानी की फिर शादी करायी
माँ की फिर से वो लोरी सुना दे
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
कुछ खट्टी सी फिर हम खाएंगे
कोई मीठी सी गीत गुनगुनायेंगे
वो यारो की एक टोली बना दे
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
पापा जब शाम को घर आएंगे
मुझे गोदी उठा के कही घुमाएंगे
माँ की नींदों में एक बार सुला दे
मेरे बचपन तू एक बार बुला ले
कबीरा
गज्जब है दादा...
ReplyDeleteलाजवाब।