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Monday 4 June 2018

World Environment Day- Beat Plastic Pollution (suraj)

World Environment Day- Beat Plastic Pollution





हमारे पास प्लास्टिक के कई मूल्यवान उपयोग मौजूद है पर हम गंभीर पर्यावरणीय परिणामों के साथ एकल उपयोग या डिस्पोजेबल प्लास्टिक के आदी हो गए हैं। दुनिया भर में, हर मिनट एक मिलियन प्लास्टिक पीने की बोतलें खरीदी जाती हैं, जबकि हर साल दुनिया भर में 5 ट्रिलियन एकल उपयोग प्लास्टिक बैग का उपयोग किया जाता है। कुल मिलाकर, उत्पादित सभी प्लास्टिक का आधा केवल एक बार उपयोग किया जाता है - और फिर फेंक दिया जाता है। प्लास्टिक कचरा अब प्राकृतिक पर्यावरण में इतनी सर्वव्यापी है कि वैज्ञानिकों ने यह भी सुझाव दिया है कि यह एंथ्रोपोसिन युग के भूवैज्ञानिक संकेतक के रूप में कार्य कर सकता है।



World Environment Day- Beat Plastic Pollution


कैसे प्लास्टिक हमारे बीच इतना हावी हुआ, इसका एक मोटा अकड़ा-
1950 से लेकर 1970 के दशक तक बहुत कम मात्रा में प्लास्टिक का उत्पादन हुआ था। इतना कम तो था कि उनका समन्वय पर्यावरण के साथ स्थापित किया जा सकता था।
1990 तक, इन दो दशकों में प्लास्टिक प्रदूषण करने वाले पीढ़ी की संख्या तीन गुनी से ज़्यादा हो चुकी थी ।
World Environment Day- Beat Plastic Pollution

आज हम हर साल 300 मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन करते है जो कि सम्पूर्ण मानव जाति के वजन के बराबर है ।

हम कुछ अन्य चिंताजनक रुझान देख रहे हैं। 1950 के दशक से, प्लास्टिक उत्पादन की दर किसी भी अन्य सामग्री की तुलना में तेज़ी से बढ़ी है। इन दशकों में हमने टिकाउ और मजबूत प्लास्टिक का उत्पादन भी देखा है और ऐसे प्लास्टिक भी जो एक ही उपयोग के बाद फेंक दिया जाता है।ई

 99% से अधिक प्लास्टिक तेल, प्राकृतिक गैस और कोयला से प्राप्त रसायनों सउत्पादित होते हैं - जिनमें से सभी गंदे, गैर नवीकरणीय संसाधन हैं। यदि मौजूदा रुझान जारी रहता है तो 2050 तक प्लास्टिक उद्योग दुनिया की कुल तेल खपत का 20% हिस्सा ले सकता है।

World Environment Day- Beat Plastic Pollution
नदिया प्लास्टिक्स को बहा कर समुन्द्रों में ले जाती है और समुन्द्रों के प्रदूषित होने का एक बहुत बड़ा कारण बनती है ।


अधिकांश प्लास्टिक कभी नष्ट नही होते । वो छोटे और छोटे होते जाते है और फिर खेतों में, या जानवरो और मछलियों द्वारा निगल लिए जाते है जो फिर बाद में हमारे खाने के प्लेट तक पहुच जाते है ।
नालियो में गिरे प्लास्टिक में पानी जम जाता है और फिर कई तरह के वायरस, मच्छरों के प्रजनन का केंद्र बन जाता है, जो बाद में मलेरिया जैसे बीमारियों का कारण बनता है।

एक आंकड़े के अनुसार साल 2050 तक समुद्रों में मछलियों से ज्यादा तो प्लास्टिक हो जाएंगी यदि यही क्रम चलता रहा तो ।


हम क्या कर सकते है ?
ऐसा नही है कि सरकारें इस ओर ध्यान नही दे रही है, वो कई तरह के नियम, योजनाए चला रखी है ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके । पर हमे खुद भी आगे आकर इसके लिए प्रयास करना होगा ।

World Environment Day- Beat Plastic Pollution
बहुत सी चीजें है जो हम अपने लेवल पर कर सकते है जो एकल प्रयोग की प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम हो सके।
- हम फ़ूड सप्लायर पर दबाव बना सकते है कि वो प्लाटिक के चीजो में खाने की पैकिंग ना करे।

- हम सुपर मार्केट में अपना बैग ले कर जा सकते है ताकि वहां से पॉलीथिन ना लेना पड़े ।
-हम प्लास्टिक के छोटे छोटे चीजो जैसे चम्मच, स्ट्रा, प्लाटिक के गिलास इत्यादि के प्रयोग को ना कह सकते है ।
-हम अपने साथ ऐसे प्लास्टिक के बॉटल को कैर्री कर सकते है जो बार बार भरा जा सके ।
- हम अपने लोकल ऑथोरिटी से बात कर सकते है कि वो अपने क्षेत्र में एकल प्रयोग के प्लाटिक पर बैन लगाए ।
- हम लोगो स्व व्यक्तिगत तौर पर बात करके इस सम्बंध में जागरूक कर सकते है ।
- सोसल साइट्स पर प्रदूषण पर लेख लिख कर लोगो को जागरूक कर सकते है ।

वैश्वीक स्तर पर चल रहे इस पर्यावरण की लड़ाई में आप भी योद्धा बनिए और प्रकृति एयर पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान दे।
स्रोत - UN environment
अनुवाद - Suraj Kumar Jaiswal

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